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जानें, सेक्स एजुकेशन क्या है और समाज में क्यों जरूरी है


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जानें, सेक्स एजुकेशन क्या है और समाज में क्यों जरूरी है












कुछ लोग आज भी सेक्स एजुकेशन का नाम अनगिनत ही गुस्से से लाल-पीले हो जाते हैं…ये कौन सा एजुकेशन है? ये कोई पढ़ने की चीज है? इसका पढ़कर कौन डिप्टी कलेक्टर बन सकता है। उनका मानना ​​है कि सेक्स एजुकेशन कोई पाठ का विषय नहीं है। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि सेक्स एजुकेशन क्या है और आपके जीवन में कितना महत्वपूर्ण है। अगर शुरुआत में ही सेक्स के बारे में सही जानकारी नहीं दी जाती है, तो बढ़ती उम्र और हार्मोनल बदलाव के आधार पर बच्चों को इंटरनेट पर पहले-अधूरी जानकारी मिलती है। जिससे उनसे सेक्स से जुड़ी कई तरह की पुरानी और गलत प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है। सही जानकारी न होने से सेक्स के दौरान और उसके बाद न केवल आप, बल्कि आपके पार्टनर को भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। तो वहीं कुछ पढ़े-लिखे लोग होते हैं, जो चाहते हैं कि आज के बच्चों को सेक्स एजुकेशन देना बेहद जरूरी है। उन्हें इस महिला को चाहिए सेक्स एजुकेशन क्या है, सेक्स शिक्षा की सही जानकारी न होने से कुछ लोग अपने हार्मोन पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं। जिसके कारण उनसे कई तरह की गलतियां हो जाती हैं।


कई बार आपने अपने बच्चे के मुंह से सुना होगा माता के ये बच्चे कैसे पैदा होते हैं? सेक्स क्या होता है? बच्चों के मुंह से ये सवाल नंबर ही आप चौंक जाते हैं कि बच्चे को क्या जवाब दें। यदि बच्चों को शुरुआत में ही सेक्स एजुकेशन के बारे में बताया जाए। तो उनके जीवन का सेक्स एक सामान्य हिस्सा बन सकता है। पहले अधूरी जानकारी के बाद मन में कई तरह की गलतियाँ होती हैं।



सेक्स शिक्षा क्या है?

सेक्स शिक्षा सभी उम्र के लोगों और महिला-पुरुषों दोनों के लिए बहुत ही आवश्यक है। इसके कई पहलु हैं, आज कई देशों में सेक्स एजुकेशन के बाकी विषय की तरह एक महत्वपूर्ण विषय बना दिया गया है। सेक्स एजुकेशन में सेक्स से जुड़ी एक-एक सामान्य और गंभीर बातों पर चर्चा की जाती है। हमारे देश में सेक्स को लेकर क्या-क्या कानून और नियम बनाए गए हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाती है। किस तरह से सेक्स करना हमारे समाज में लीगल माना जाता है। इसका निर्धारण किस आधार पर किया गया है, इन सभी चीजों की सूक्ष्मता से जानकारी दी गई है। सेक्स एजुकेशन में आपको यह जानकारी भी दी जाती है कि यदि आपकी उम्र के साथ-साथ आपके हार्मोन में बदलाव होता है, तो आप इस बदलाव का पता कैसे लगाएं।


नोट:विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सेक्स एजुकेशन के बारे में यह निर्देश दिया गया था कि 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को स्कूल में सेक्स एजुकेशन देना जरूरी है। इसके अलावा इस सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि जिन बच्चों को सेक्स एजुकेशन दी जाती है, वह सही सुरक्षित तरीके से सही उम्र में शारीरिक संबंध बनाते हैं।



सेक्स एजुकेशन क्यों जरूरी है?

सबसे पहले जानते हैं कि सेक्स एजुकेशन असल में क्या है? सेक्स एजुकेशन का थरथराकेट केवल सेक्स यानी यौन संबंध से नहीं है, बल्कि यह आपके यौन स्वास्थ्य और यौन समस्या से गहराई के साथ जुड़ा हुआ है। कम जानकारी के कारण बहुत से लोगों को यौन समस्या का सामना करना पड़ता है। जबकि शरीर के बाकी हिस्सों की तरह यौन स्वास्थ्य भी हमारे स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सेक्स एजुकेशन सेक्स से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। जो इस प्रकार है।




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सेक्स एजुकेशन में आपको सेक्स से जुड़ी सभी बातों के बारे में जानकारी दी जाती है।

आपके शरीर के यौन संबंधों के बारे में सभी जानकारी फ्रैंक को बताई जाती है।

सेक्स एजुकेशन में बच्चों के जन्म से जुड़ी कई तरह की जानकारी दी जाती है।

सेक्स (संभोग) के प्रति आपकी जिम्मेदारी को सेक्स एजुकेशन में अच्छी तरह समना जाता है।

सेक्स शिक्षा में सेक्स संयम से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जाती है।

दो अलग-अलग लिंगों के बीच होने वाले आकर्षण के बारे में भी जानकारी सेक्स एजुकेशन में दी जाती है।

सेक्स एजुकेशन में बर्थ कंट्रोल के बारे में जानकारी दी जाती है।

सेक्स एजुकेशन में प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी दी जाती है।

सेक्स एजुकेशन में माहवारी के बारे में जानकारी दी जाती है।

शरीर में होने वाले बदलाव के बारे में सभी प्रकार की जानकारियां दी जाती हैं।

जन्म से जुड़ी सभी सेक्स जानकारी शिक्षा में दी जाती है।

Sex Education में दोस्तों, प्रेमियों और उनके साथ संबंधों के बारे में जानकारी दी गई है।

और पढ़ें : प्रेग्नेंसी में सेक्स ड्राइव को कैसे जॉब करें?


पुरुषों के लिए सेक्स एजुकेशन की जानकारी

पुरुष के जन्म अंग को लिंग कहते हैं।

जब पुरुष किसी प्रकार का उत्साह महसूस करते हैं, तो पुरुष के लिंग में रक्त संग्रह बड़ों द्वारा किया जाता है।

रक्त संचय होने के कारण लिंग बड़ा हो जाता है। उसके आकार में आपका परिवर्तन स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

पुरुष का उत्साह समाप्त होने के कारण पुरुष के लिंग से एक प्रकार का लस्सा पदार्थ बनता है।

पुरुष के लिंग से मोटे पदार्थों को वीर्य कहते हैं। यह पुरुष के प्रोस्टेट ग्रंथि से बाहर निकल जाता है। इसमें मौजूद शुक्राणुओं की संख्या 20 करोड़ से अधिक होती है।

पुरुष हार्मोन को बनाने वाला अंडकोष पुरुष के लिंग के नीचे स्थित होता है। यह पुरुष के शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और संवेदनशील हिस्सा होता है। जिसमें मामुली चोट भी बहुत हानिकारक होती है। इसी एंडोकोष में पुरुष शुक्राणु का निर्माण होता है।



महिलाओं के लिए सेक्स एजुकेशन की जानकारी

स्तन यानि स्तन महिलाओं के शरीर का बहुत ही आकर्षक अंग होता है। बाल्यावस्था के बाद धारणा में आने के बाद लड़कियों के शरीर में परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। महिला शरीर में होने वाले परिवर्तन में सबसे पहले उनके स्तन स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। शिशु होने के बाद महिलाओं के स्तन से दूध निकलने लगता है। बच्चे का स्तनपान करता है।

इसके बाद महिलाओं में गर्भाशय वजायना के ऊपर स्थित होता है। महिला गर्भाशय में अंडे का विकास होता है, जिससे हर महीने मासिक धर्म होता है।

वजायना महिला शरीर का बहुत ही समान हिस्सा है। वजायना के अंदर एक परत होती है जिसे हाइमन कहते हैं। जो पहली बार सेक्स करने (यौन संबंध बनाने) से या रस्सी कुदने से,दौड़ने,भार उठाने से टूट जाती है। वजायना महिला शरीर का सबसे कम हिस्सा होता है।

के मासिक धर्म के दौरान वजायना के अंदर से चार से सात दिनों तक महिलाओं में रक्त बनता है।



यौन संबंध क्या है?

यौन संबंध यानी सेक्स,संभोग इसे कई नामों से जाना जाता है। दो लोगों की इच्छा से उनके रिश्ते में होने वाले इंटरकोर्स को सेक्स कहते हैं। यदि इसे सरल भाषा में कहें तो दो लोगों के बीच होने वाले शारीरिक संबंधों को सेक्स कहते हैं।


पुरुषों में यौन समस्या क्या है?

पुरुषों में यौन समस्या कई बार प्रकार की होती है। यह कई बार सामान्य होते हैं। तो कई बार गंभीर होती है। स्वप्नदोष पुरुष यौन समस्या का एक सामान्य हिस्सा है। यदि आपको यौन संबंधी किसी प्रकार की गंभीर समस्या है तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।


सेक्स और संबंधों में क्या संबंध है?

यदि आप अपनी सेक्स भूमिकाओं से प्यार करते हैं। आप दोनों के बीच एक लुक और प्यार का रिश्ता है, तो आपकी सेक्स लाइफ ज्यादा अच्छी होती है।


दाता क्या है?

नए-नए किशोरों में दिखना यानी मास्टरबेशन करना एक तरह से सामान्य बात हो गई है। अपने उत्साह को शांत करने के लिए मास्टरबेशन सुरक्षित और आनंददायक उपाय होता है। यह तनाव या किसी अन्य कारण से शरीर की ऐंठन को कम करता है और इसका कोई बुरा प्रभाव भी नहीं पड़ता। यह सबसे सुरक्षित सेक्स भी है अगर आपको पता चलता है कि आपके किशोर जारी कर रहे हैं, तो चिंताजनक होने की आवश्यकता नहीं है। आश्रित यौन भावना को पक्का कर सकता है और किशोर अपने शरीर को जानने में मदद कर सकता है। मास्टरबेशन केवल पुरुषों में नहीं होता है। महिलाएं भी अपनी कामेच्छा निरीक्षण के लिए मास्टरबेशन करती हैं।


क्या बिना प्यार के सेक्स करना सही है?

यहां किसी को जज नहीं किया जा रहा है। लेकिन बिना प्यार और विज्ञापन के किसी के साथ सेक्स करने का मतलब कामवासना (भोग- विलास का जरिया) को पूरा करने का एक जरिया मानते हैं।




क्या सेक्स के लिए साथी की सहमति लेना जरूरी है?

सेक्स करने से पहले अपने साथी की राय लेना बेहद जरूरी है। भले ही आप सेक्स के लिए पूरी तरह से तैयार हों, लेकिन अपने साथी की सहमति के बिना सेक्स नहीं करना चाहिए। पति-पत्नी के रिश्तों में भी अपने साथी की इच्छा का सम्मान करना चाहिए। उसकी मर्जी के बिना सेक्स नहीं करना चाहिए।


रेप क्या है?

किसी की इच्छा के खिलाफ अपनी शक्तियों के बल पर उसके साथ सेक्स करना रेप कहा जाता है। यह कानूनी अपराध है। सेक्स चाहे एनल सेक्स हो या ओरल सेक्स हो बिना इच्छा के सेक्स रेप किया जाता है। जबरदस्ती अपना लिंग या कोई भी अन्य तथ्य को महिला के अनाचार में धूर्तता से बलात्कार के आरोप लगाते हैं। यह एक दण्डनीय अपराध है।


यौन शोषण क्या है?

बालिग या नाबालिक बच्चों से जहरता से बात करना, उनके शरीर के निजी हिस्से को छूना, अपनी शारीरिक सुख के लिए कोई गलत कार्य अपनाना, गलत इशारा करना यौन शोषण जैसे हैं।


यौन उत्पीडऩ क्या है?

अपनी शारीरिक खुशी के लिए किसी की मजबूरी का आनंद उठाना, शारीरिक और मानसिक रूप से दबाव के संबंध में सेक्स करने को यौन उत्पीडन कहते हैं।




एनल सेक्स क्या है?

एनल सेक्स (गुड़ा मौशन) भी एक यौन गतिविधि है। एनएल काफी संवेदनशील हिस्सा होता है, क्योंकि इसमें काफी नसों के (नर्व एंडिंग) मौजूद होते हैं। आपको एनल सेक्स करते समय साफ-सफाई और कुछ खास सावधानियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इससे कई प्रकार के संक्रामण होने की संभावना होती है।


ओरल सेक्स क्या है?

ओरल सेक्स का मतलब अपने अभिनय को अपने मुंह, जीभ, होंठ आदि का उपयोग करके उसके और बाकी संवेदनशील शारीरिक हिस्सों को उत्तेजित करता है। ओरल सेक्स में ओरल एक्टिविटी के साथ पार्टनर के लिंग, वजायना या एनस के साथ खेला जाता है।



घर में दे बच्चों को सेक्स एजुकेशन की शुरुआती शिक्षा

वो कहते हैं न परिवार का दिया ज्ञान ही बच्चों की शिक्षा की पहली सीढ़ी होती है। जिसे वो जीवन में कभी नहीं भूलते हैं। इसलिए सेक्स एजुकेशन की शुरुआत सबसे पहले घर से की जानी चाहिए। अपने बच्चों को सेक्स से जुड़ी छोटी-छोटी बातों को बताना शुरू कर देना चाहिए। जिसके बाद में उन्हें एक आम जानकारी की तरह सेक्स करते हैं। जिससे वो महिला और पुरुष में अंतर स्पष्ट कर दें। उम्र के साथ हो रहे शरीर में बदलाव को समझ। इसके साथ ही उन्हें समझदारी के साथ संभाल भी सकते हैं।



सामाजिक सेक्स शिक्षा क्या है?

सामाजिक सेक्स शिक्षा में ये बातें शामिल हैं।

बाईसेक्शुअल, जब किसी पुरुष या महिला की रुचि महिला पुरुष दोनों लिंगों में होती है। तो उसे बाइसेक्शुअल कहते हैं।

गे, जब किसी पुरुष की महिला में न होकर पुरुष होते हैं, तो वे कह जाते हैं।

ट्रांसजेंडर, ये शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है जो एक लिंग पहचान या अभिव्यक्ति उस लिंग से अलग होते हैं, जो उनके जन्म के समय दी गई होती है।

समलैंगिक, जब किसी महिला के पुरुष में न होकर महिला में होती है, तो समलैंगिक कहते हैं।



नोट: सेक्स एजुकेशन एक महत्वपूर्ण शिक्षा है। जिसका दैनिक जीवन में बहुत महत्व है।


बहुत बहुत धन्यवाद

यह जानकारी कैसी लगी मुझे आप comments करके बता सकते हैं 

 



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